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"हुनरमंद लड़की / कुमार सुरेश" के अवतरणों में अंतर
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जानती है
वो लड़की
कैसे दूध में पानी मिला कर
चार गुना किया जा सकता है
जिससे बच्चों को लगता रहे
वे रोज़ दूध पीते हैं
वो जानती है
बच्चों को दूध की जगह
पतली चाय पिला कर
कैसे पाला जा सकता है
बची रोटियों से अगले दिन
स्वादिष्ट पकवान कैसे बन सकता है
वह यह भी जानती है
तरकारी खत्म होने पर
रोटी कैसे स्वाद लेकर खाई जाती है
वह इतनी रोटियाँ बनाना जानती है
कि बच्चों का ब्रेकफास्ट ,लंच
और डिनर केवल रोटियों से हो सके
वह जानती है
राख से किस तरह
दाँत माँजे जा सकते हैं
और एक ही धोती को कैसे
निचोड़ कर गीला ही पहना जा सकता है
जो लड़की ज़िन्दा रहने के
इतने हुनर जानती है
उसके बारे में कैसे कहते हो
उसे कुछ नहीं आता?