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"लौ लगाती गीत गाती / नरेन्द्र शर्मा" के अवतरणों में अंतर

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नयनों की कामना,
 
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प्राणों की भावना
 
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चरणों में मुस्कुराती
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नित आरती सजाती
 
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कुमकुम प्रसाद है,
 
कुमकुम प्रसाद है,
 
 
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हर घर में हर सुहागन,  
 
 
मंगल रहे मनाती
 
मंगल रहे मनाती
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12:34, 8 दिसम्बर 2009 का अवतरण

लौ लगाती गीत गाती,
दीप हूँ मैं, प्रीत बाती

नयनों की कामना,
प्राणों की भावना
पूजा की ज्योति बन कर,
चरणों में मुस्कुराती

आशा की पाँखुरी,
श्वासों की बाँसुरी,
थाली ह्र्दय की ले,
नित आरती सजाती

कुमकुम प्रसाद है,
प्रभु धन्यवाद है
हर घर में हर सुहागन,
मंगल रहे मनाती