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11:20, 24 दिसम्बर 2009 का अवतरण
आलम ऐन
रचनाकार | कृश्न कुमार 'तूर' |
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प्रकाशक | |
वर्ष | 2005 |
भाषा | उर्दू |
विषय | ग़ज़ल संग्रह(शेरी मज्मूआ) |
विधा | |
पृष्ठ | 112 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- मैं मंज़र हूँ पस मंज़र से मेरा रिश्ता बहुत / कृश्न कुमार 'तूर'
- अपनी अपनी अना के दोनों दम आशार / कृश्न कुमार 'तूर'
- [[ज़ीस्त की सारी आन-बान फ़ना आमादा / कृश्न कुमार 'तूर']}