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"कोई आकर पूछे / मोहन राणा" के अवतरणों में अंतर

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17:52, 26 दिसम्बर 2009 का अवतरण

रुके और पहचान ले

अरे तुम

जैसे बस पलक झपकी

कि रुक गया समय भी

कुछ अधूरा दिख गया

और याद करते

कुछ अधूरा छूट गया

फिर से

चलत-चलते



1.8.2005