भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"आहटें आसपास (कविता) / पंकज सिंह" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (आहटें आसपास. / पंकज सिंह का नाम बदलकर आहटें आसपास (कविता) / पंकज सिंह कर दिया गया है)
(कोई अंतर नहीं)

23:47, 26 दिसम्बर 2009 का अवतरण

कितनी छायाएँ कितने हथियार चीखें कितनी

कितनी रोटियाँ कितना नून

कितने अदृश्य अपराध


सबकुछ धो डालती-सी बारिशें

फिर कितना अंधड़ कितनी लू


कितना यह संचय सब

सदियों से कितनी व्यथाएँ हाथ बांधे

कितना बड़ा होने का इतिहास


सुनो

कितनी-कितनी

आहटें

कितनी कितनी आहटें

आसपास


(रचनाकाल:1980)