भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"तप्त माथे पर / धर्मवीर भारती" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
Rajeevnhpc102 (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=धर्मवीर भारती }} <poem>तप्त माथे पर, नजर में बादलों क…) |
छो (तप्त माथे पर (मुक्तक) / धर्मवीर भारती का नाम बदलकर तप्त माथे पर / धर्मवीर भारती कर दिया गया है) |
(कोई अंतर नहीं)
|
22:10, 1 जनवरी 2010 का अवतरण
तप्त माथे पर, नजर में बादलों को साध कर
रख दिये तुमने सरल संगीत से निर्मित अधर
आरती के दीपकों की झिलमिलाती छाँह में
बाँसुरी रखी हुई ज्यों भागवत के पृष्ठ पर