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"रसिया रस लूटो होली में / फाग" के अवतरणों में अंतर

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छो (रसिया रस लूटो होली में/फाग का नाम बदलकर रसिया रस लूटो होली में / फाग कर दिया गया है)
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13:20, 2 जनवरी 2010 का अवतरण

रसिया रस लूटो होली में,
राम रंग पिचुकारि, भरो सुरति की झोली में
हरि गुन गाओ, ताल बजाओ, खेलो संग हमजोली में
मन को रंग लो रंग रंगिले कोई चित चंचल चोली में
होरी के ई धूमि मची है, सिहरो भक्तन की टोली में



संकलनकर्ता : जगदेव सिंह भदौरिया