भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"वहाँ-यहाँ / अशोक वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक वाजपेयी |संग्रह=उम्मीद का दूसरा नाम / अशोक …) |
(कोई अंतर नहीं)
|
21:33, 26 जनवरी 2010 के समय का अवतरण
वहाँ वह बेहद गरमी में
पानी का गिलास उठाती है ;
यहाँ मैं जानता हूँ
कि ठीक उसी समय
मेरी प्यास बुझ रही है ।