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"चन्ना वे तेरी मेरी चानड़ी / पंजाबी" के अवतरणों में अंतर

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तारया वे तेरी मेरी लो,  
 
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नी ओ ओ तारया वे तेरी मेरी लो,  
 
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चन्न पकावे रोटियां,  
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चन्न पकावे रोटियाँ,  
 
तारा करे रसो,  
 
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नी ओ ओ तारा करे रसो,
 
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चन्न दियां पक्कियां खा लईयां,  
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तारे दियां रह गईयाँ दो,  
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नी ओ ओ तारे दियां रह गईयाँ दो,  
 
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नी ओ ओ घ्यो विच आटा गो,  
 
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घ्यो विच आटा थोडा पया,
 
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सस्स मैनू गलियां देवे,  
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न दे सस्से गलियां,  
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एथे मेरी कौन सुणे
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बागे विच मेरा बापू खड़ा,  
 
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रो रो नीर भरे,  
 
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नी ओ ओ रो रो नीर भरे,  
 
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न रो बापू मेरेया,
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बागे  विच मेरा वडा भराह,  
 
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नी ओ ओ.
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रो रो नीर भरे।
न रो वीरा आपने.
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न रो वीरा आपने।
इत्थे मेरा कौन सुणे.
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इत्थे मेरा कौन सुणे।
नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे.
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नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे।
न रो माये मेरिये.
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न रो माये मेरिये।
इत्थे मेरा कौन सुणे.
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इत्थे मेरा कौन सुणे।
नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे.
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नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे।
 
   
 
   
चन्न दियां पक्कियां खा लईयां,  
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तारे दियां रह गईयाँ दो.
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तारे दियाँ रह गईयाँ दो।
नी ओ ओ तारे दियां रह गईयाँ दो</poem>
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नी ओ ओ तारे दियाँ रह गईयाँ दो
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18:52, 31 जनवरी 2010 का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

चन्ना वे तेरी मेरी चानड़ी,
तारया वे तेरी मेरी लो,
नी ओ ओ तारया वे तेरी मेरी लो,
चन्न पकावे रोटियाँ,
तारा करे रसो,
नी ओ ओ तारा करे रसो,
चन्न दियाँ पक्कियाँ खा लईयाँ,
तारे दियाँ रह गईयाँ दो,
नी ओ ओ तारे दियां रह गईयाँ दो,

सस ने मैनू आख्या,
घ्यो विच आटा गो,
नी ओ ओ घ्यो विच आटा गो,
घ्यो विच आटा थोडा पया,
सस्स मैनू गलियाँ देवे,
नी ओ ओ सस्स मैनू गलियाँ देवे,
न दे सस्से गलियाँ,
एथे मेरी कौन सुणे,
नी ओ ओ एथे मेरी कौन सुणे,

बागे विच मेरा बापू खड़ा,
रो रो नीर भरे,
नी ओ ओ रो रो नीर भरे,
न रो बापू मेरेया,
इत्थे मेरा कौन सुणे,
नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे,

बागे विच मेरा वडा भराह,
रो रो नीर भरे,
नी ओ ओ।
रो रो नीर भरे।
न रो वीरा आपने।
इत्थे मेरा कौन सुणे।
नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे।
न रो माये मेरिये।
इत्थे मेरा कौन सुणे।
नी ओ ओ इत्थे मेरा कौन सुणे।
 
चन्न दियाँ पक्कियाँ खा लईयाँ,
तारे दियाँ रह गईयाँ दो।
नी ओ ओ तारे दियाँ रह गईयाँ दो