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"आशी: / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

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|संग्रह=अरघान / त्रिलोचन
 
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पृथ्वी से
 
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दूब की कलाएं लो
 
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चार
 
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उषा से
 
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हल्दिया तिलक
 
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लो
 
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और
 
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अपने हाथों में
 
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अक्षत लो
 
अक्षत लो
 
  
 
पृथ्वी आकाश
 
पृथ्वी आकाश
 
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जहाँ कहीं
जहां कहीं
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तुम्हें जाना हो
 
तुम्हें जाना हो
 
 
बढ़ो
 
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('अरघान' नामक संग्रह से )
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01:26, 3 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

पृथ्वी से
दूब की कलाएं लो
चार

उषा से
हल्दिया तिलक
लो

और
अपने हाथों में
अक्षत लो

पृथ्वी आकाश
जहाँ कहीं
तुम्हें जाना हो
बढ़ो
बढ़ो