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19:58, 14 फ़रवरी 2010 के समय का अवतरण

मैं एक भागता हुआ दिन हूँ और रुकती हुई रात-
मैं नहीं जानता हूँ
मैं ढूँढ़ रहा हूँ अपनी शाम या ढूँढ़ रहा हूँ अपना प्रात!