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"क़ैद करोगे अंधकार में / पाश" के अवतरणों में अंतर
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क्या-क्या नहीं है मेरे पास | क्या-क्या नहीं है मेरे पास | ||
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शाम की रिमझिम | शाम की रिमझिम | ||
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नूर में चमकती ज़िंदगी | नूर में चमकती ज़िंदगी | ||
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लेकिन मैं हूं | लेकिन मैं हूं | ||
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घिरा हुआ अपनों से | घिरा हुआ अपनों से | ||
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क्या झपट लेगा कोई मुझ से | क्या झपट लेगा कोई मुझ से | ||
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रात में क्या किसी अनजान में | रात में क्या किसी अनजान में | ||
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अंधकार में क़ैद कर देंगे | अंधकार में क़ैद कर देंगे | ||
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मसल देंगे क्या | मसल देंगे क्या | ||
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जीवन से जीवन | जीवन से जीवन | ||
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अपनों में से मुझ को क्या कर देंगे अलहदा | अपनों में से मुझ को क्या कर देंगे अलहदा | ||
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और अपनों में से ही मुझे बाहर छिटका देंगे | और अपनों में से ही मुझे बाहर छिटका देंगे | ||
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छिटकी इस पोटली में क़ैद है आपकी मौत का इंतज़ाम | छिटकी इस पोटली में क़ैद है आपकी मौत का इंतज़ाम | ||
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अकूत हूँ सब कुछ हैं मेरे पास | अकूत हूँ सब कुछ हैं मेरे पास | ||
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जिसे देखकर तुम समझते हो कुछ नहीं उसमें | जिसे देखकर तुम समझते हो कुछ नहीं उसमें | ||
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'''अनुवाद : प्रमोद कौंसवाल | '''अनुवाद : प्रमोद कौंसवाल |
02:39, 8 मार्च 2010 के समय का अवतरण
क्या-क्या नहीं है मेरे पास
शाम की रिमझिम
नूर में चमकती ज़िंदगी
लेकिन मैं हूं
घिरा हुआ अपनों से
क्या झपट लेगा कोई मुझ से
रात में क्या किसी अनजान में
अंधकार में क़ैद कर देंगे
मसल देंगे क्या
जीवन से जीवन
अपनों में से मुझ को क्या कर देंगे अलहदा
और अपनों में से ही मुझे बाहर छिटका देंगे
छिटकी इस पोटली में क़ैद है आपकी मौत का इंतज़ाम
अकूत हूँ सब कुछ हैं मेरे पास
जिसे देखकर तुम समझते हो कुछ नहीं उसमें
अनुवाद : प्रमोद कौंसवाल