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"प्रतीक्षा करो-1 / अशोक वाजपेयी" के अवतरणों में अंतर
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प्रतीक्षा करो
कि वह अभी घर में नहीं है;
प्रतीक्षा करो
कि वह अपने काम में लगी है;
प्रतीक्षा करो कि वह सो रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह नहा रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह सपने में है;
प्रतीक्षा करो कि वह सच बुन रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह दूर से आ रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह थककर कहीं जा रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह जाना नहीं चाहती;
प्रतीक्षा करो कि वह जा रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह आना नहीं चाहती;
प्रतीक्षा करो कि वह आ रही है;
प्रतीक्षा करो कि वह कहे
तुम कब से प्रतीक्षा कर रहे हो?
प्रतीक्षा करो कि वह कहे
अच्छा हुआ कि तुम प्रतीक्षा कर रहे हो!
प्रतीक्षा करो
क्योंकि वह प्रतीक्षा कर रही है।