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"तड़पती है काया / हरकीरत हकीर" के अवतरणों में अंतर

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15:09, 3 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण

सफ़्हों पे तड़पती है
हर्फ़ों की काया

कई दिनों से वह मुझे
घूँट-घूँट जो पीती रही ....

वह - मौत