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"सेब बेचना / रघुवीर सहाय" के अवतरणों में अंतर
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20:41, 30 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण
मैंने कहा डपटकर
ये सेब दागी हैं
नहीं नहीं साहब जी
उसने कहा होता
आप निश्चिंत रहें
तभी उसे खाँसी का दौरा पड़ गया
उसका सीना थामे खाँसी यही कहने लगी ।