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"हिन्दू पुलिस / रघुवीर सहाय" के अवतरणों में अंतर
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21:03, 30 अप्रैल 2010 के समय का अवतरण
बूढ़े सुकुल का जब अंत समय आया
गिरते गिरते उसके शव ने मुँह बाया
सठिआया अपाहिज कुछ समझ नहीं पाया
सुना था जहाँ पर है कन्याकुमारी
दूर उसी दक्षिण से जब पहली बारी
गया आया हिन्दू तो गोली क्यों मारी
आँखें फाड़े सुकुल यह रहस्य देखता
उत्तर दक्षिण के ३६ भये देवता
केन्द्रीय रिज़र्व पुलिस भारत की एकता