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"सदस्य:घनश्याम चन्द्र गुप्त" के अवतरणों में अंतर

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बात आई थी लबों तक सो दबा ली मैंने
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<br>बात आई थी लबों तक सो दबा ली मैंने
अधपकी एक निंबोली सी चबा ली मैंने
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बात आई थी लबों तक सो दबा ली मैंने
अधपकी एक निंबोली सी चबा ली मैंने

चित्र:Up02.JPG
२००४ में