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"चूँ-चूँ चूहा / दीनदयाल शर्मा" के अवतरणों में अंतर
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02:36, 17 जून 2010 के समय का अवतरण
चूँ-चूँ चूहा बोला- मम्मी,
मैं भी पतंग उड़ाऊँगा ।
लोहे-सी मज़बूत डोर से,
मैं भी पेच लड़ाऊँगा ।
मम्मी बोली- तुम बच्चे हो,
बात पेच की करते हो ।
बाहर बिल्ली घूम रही है,
क्या उससे नहीं डरते हो ?
चूँ-चूँ बोला- बिल्ली क्या है,
उसे करूँगा 'फेस'।
मैंने पहन रखी है मम्मी
काँटों वाली ड्रेस ।