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"नैनीताल में दीवाली / वीरेन डंगवाल" के अवतरणों में अंतर

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|संग्रह=दुष्चक्र में सृष्टा / वीरेन डंगवाल
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|संग्रह=स्याही ताल / वीरेन डंगवाल
 
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22:27, 21 जून 2010 के समय का अवतरण

नैनीताल में दीवाली
ताल के ह्रदय बले
दीप के प्रतिबिम्ब अतिशीतल
जैसे भाषा में दिपते हैं अर्थ और अभिप्राय और आशय
जैसे राग का मोह

तड़ तडाक तड़ पड़ तड़ तिनक भूम
छूटती है लड़ी एक सामने पहाड़ पर
बच्चों का सुखद शोर
फिंकती हुई चिनगियाँ
बगल के घर की नवेली बहू को
माँ से छिपकर फूलझड़ी थमाता उसका पति
जो छुट्टी पर घर आया है बौडर से