भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"कुछ और नहीं चाहिए / त्रिलोचन" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=त्रिलोचन |संग्रह=अरघान / त्रिलोचन }} {{KKCatKavita‎}} <poem> इन …)
 
(कोई अंतर नहीं)

20:25, 12 जुलाई 2010 के समय का अवतरण

इन आँखों की ज्योति
और इन केशों की छाँह
पथ पर हो
और
कुछ और नहीं चाहिए