Changes

वर्तमान / संतोष मायामोहन

3 bytes added, 20:20, 19 जुलाई 2010
महीने भर का राशन
और हर महीने दोहराती है
यही ... कि यही बात ।
'''अनुवाद : मोहन आलोक'''
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits