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"अनायास / अजित कुमार" के अवतरणों में अंतर

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11:35, 2 अगस्त 2010 के समय का अवतरण

रेंगते हुए एक लम्बे से केंचुए को,
मैंने जूते की नोक से जैसे ही छेड़ा,
वह पहले तो सिमटा,
फिर गुड़ीमुड़ी नन्हीं एक गोली बन,
सहसा स्थिर हो गया ।

क्या मैं जानता था
देखूँगा इस तरह
गीली मिट्टी में अनायास
अपना प्रतिबिम्ब ?