भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"यहाँ और वहाँ / जय छांछा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जय छांछा |संग्रह= }} Category:नेपाली भाषा {{KKCatKavita‎}} <Poem> यह…)
 
(कोई अंतर नहीं)

11:00, 8 अगस्त 2010 के समय का अवतरण

यहाँ और वहाँ
वहाँ और यहाँ

न किसी भूमि पर यातायात की सुविधा है
न ही हवाई-सेवा
फिर भी चकित हूँ मैं
बारिश में फूलने वाले फूल की तरह
आती रहती है
तुम्हारी याद ।

यहाँ और वहाँ के बीच में-

छोटे / बडे पहाड़ हैं
ट्रैफिक नियमों वाली
छोटी / बड़ी सड़कें हैं
फिर भी
अविरल बहने वाली नदी बनकर
आती रहती है
तुम्हारी याद ।

मूल नेपाली से अनुवाद : अर्जुन निराला