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"उत्तर शिशु / अमृता भारती" के अवतरणों में अंतर
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00:50, 13 अगस्त 2010 के समय का अवतरण
टोकरी बुनते हुए
मैं नहीं जानती थी
कि मैं इसमें
फूल रखूँगी
या स्वप्न
या एक शिशु
जो वह मुझे देगा
समय की प्रार्थना के उत्तर में ।
टोकरी बुनते हुए
मैंने नहीं जाना था
कि मैं
अपना ही रक्त बुन रही हूँ ।