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"ये रात ये तन्हाई / मीना कुमारी" के अवतरणों में अंतर

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ये दिल के धड़कने की आवाज़
 
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ये सन्नाटा  
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ये डूबते तारॊं की  
 
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खा़मॊश गज़ल खवानी
 
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ये वक्त की पलकॊं पर  
 
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सॊती हुई वीरानी
 
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जज्बा़त ऎ मुहब्बत की
 
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ये आखिरी अंगड़ाई  
 
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बजाती हुई हर जानिब  
 
बजाती हुई हर जानिब  
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ये मॊत की शहनाई  
 
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सब तुम कॊ बुलाते हें
 
सब तुम कॊ बुलाते हें
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पल भर को तुम आ जाओ
 
पल भर को तुम आ जाओ
 
  
 
बंद होती मेरी आँखों में  
 
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मुहब्बत का
 
मुहब्बत का
  
 
एक ख्वाब़ सजा जाओ
 
एक ख्वाब़ सजा जाओ

18:37, 21 मई 2007 का अवतरण

रचनाकार:मीना कुमारी

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ये रात ये तन्हाई

ये दिल के धड़कने की आवाज़


ये सन्नाटा

ये डूबते तारॊं की


खा़मॊश गज़ल खवानी

ये वक्त की पलकॊं पर


सॊती हुई वीरानी

जज्बा़त ऎ मुहब्बत की


ये आखिरी अंगड़ाई

बजाती हुई हर जानिब


ये मॊत की शहनाई

सब तुम कॊ बुलाते हें


पल भर को तुम आ जाओ

बंद होती मेरी आँखों में


मुहब्बत का

एक ख्वाब़ सजा जाओ