भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"टोपी / नरेश अग्रवाल" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=नरेश अग्रवाल |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> तरह-तरह की टोपि…) |
(कोई अंतर नहीं)
|
18:01, 7 सितम्बर 2010 का अवतरण
तरह-तरह की टोपियाँ
हमारे देश में
सबका एक ही काम
सिर ढकना
नहीं एक और काम
विभाजित करना
लोगों को
अलग-अलग समुदायों में ।