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"बता बेकळू / ओम पुरोहित ‘कागद’" के अवतरणों में अंतर
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Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: <poem>कदै’ई तपै कदै’ई ठरै कदै’ई उड-उड घिरै ! बता बेकळू थारै काळजै मांय …) |
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15:54, 16 अक्टूबर 2010 का अवतरण
कदै’ई तपै
कदै’ई ठरै
कदै’ई उड-उड घिरै !
बता बेकळू
थारै काळजै मांय
किण बात नै लेय’र
उठा पटक है ?
क्यूं उठै
भतूळियो बण
कड़कड़ी खाय’र
आभै रा
गाभा फाड़ण
अर क्यूं पाछी आ सोवै
सागी ठिकाणै ?