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"सच / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर

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'''अनुवाद : नीरज दइया'''         
 
'''अनुवाद : नीरज दइया'''         
 
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11:27, 1 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण

रास्ता
पैरों का
शिष्य है

जो
मान लेते हैं
उसे गुरु
उन्हें
नहीं मिलती
मंज़िल !
 
अनुवाद : नीरज दइया