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"आशीर्वाद दीजो / रमेश तैलंग" के अवतरणों में अंतर

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18:46, 7 नवम्बर 2010 का अवतरण

छोटों के नमस्कार लीजो,
नानी!
हमको जी भर आशीर्वाद दीजो ।

आएँगे जब हम ननिहाल में,
पूछेंगे-‘तुम हो किस हाल में?’
अपने सब हाल-चाल दीजो ।
नानी!
हमको जी भर आशीर्वाद दीजो ।

घुटनों का दर्द हुआ कम कितना,
बतलाना, जब हो अपना मिलना,
बातों में नहीं टाल दीजो,
नानी!
हमको जी भर आशीर्वाद दीजो ।

भूल नहीं पाए हैं हम अभी,
नानाजी की वो हा-हा, ही-ही,
एक बार फिर निहाल कीजो,
नानी!
हमको जी भर आशीर्वाद दीजो ।