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"बादली / चंद्रसिंह बिरकाली" के अवतरणों में अंतर

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00:19, 14 नवम्बर 2010 का अवतरण

जीवण ने सह तरसिया,बंजर झंखर बांठ !
बरसै भोळी बादळी, आयो आज आसाढ़ !!

आठु पौर उडिकता, बीते दिन जयुं मास !
दरशन दे अब बादळी, मत मुरधर रै तास !!

आस लगाया मुरधरा, देख रही दिन रात !
भागी आ तू बादळी, आई रुत बरसात !!

कोरा कोरा धोरियां, डुगा डुगा डैर !
आव, रमा ए बादळी, ले-ले मुरधर ल्हेर !!