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"इच्छा / निर्मल प्रभा बोरदोलोई" के अवतरणों में अंतर

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11:30, 6 दिसम्बर 2010 के समय का अवतरण

अपने अंतस में बचाए रक्खो
जंगल का एक अंश
ताकि मिल सके
जुड़ाने भर को तुम्हें थोड़ी-सी छाँह ।

अपने अंतस में बचाए रक्खो
मुट्ठी भर आकाश
ताकि पाखियों के एक जोड़े को
मिल सके उड़ान भरने के लिए एकांत ।