भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
तैयारी / संतोष अलेक्स
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 21:32, 20 अप्रैल 2011 का अवतरण
तैयारी करना
एक प्रकार का बदलाव हैं न
नर्तक ने
तैयारी की थी नृत्य की
हम भी होते हैं तैयार
पर उस जैसा
नाच नहीं पाते
हम जैसी तैयारी करते हैं
वैसे ही तैयार हो अगर वह
तो उसे रोज़-रोज़
हमारी तरह तैयार होना पड़ेगा !
अनुवाद : अनिल जनविजय