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नयी ग़ज़लें / गुलाब खंडेलवाल
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{{KKPustak |चित्र= |नाम=नयी ग़ज़लें |रचनाकार=गुलाब खंडेलवाल |प्रकाशक=-- |वर्ष= -- |भाषा=हिन्दी |विषय=-- |शैली=ग़ज़ल |पृष्ठ=-- |ISBN=-- |विविध=--
- अदाओं की तेरी जादूगरी जानी नहीं जाती / गुलाब खंडेलवाल
- अब कहाँ चाँद-सितारे हैं नज़र के आगे! / गुलाब खंडेलवाल
- उम्र भर ख़ाक़ ही छाना किये वीराने की / गुलाब खंडेलवाल
- कभी धड़कनों में है दिल की तू, कभी इस जहान से दूर है / गुलाब खंडेलवाल
- तेरी अदाओं का हुस्न तो हम छिपाके ग़ज़लों में रख रहे हैं / गुलाब खंडेलवाल
- फिर इस दिल के मचलने की कहानी याद आती है / गुलाब खंडेलवाल
- यों तो ख़ुशी के दौर भी होते है कम नहीं / गुलाब खंडेलवाल
- साथ हरदम भी बेनक़ाब नहीं / गुलाब खंडेलवाल