भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
इच्छा / मधु शर्मा
Kavita Kosh से
Sumitkumar kataria (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 13:39, 21 फ़रवरी 2008 का अवतरण
मैंने
हवाओं के छोर से
बाँध दिया
इच्छाओं का दामन
देखती हूँ
वे कहाँ तक जाती हैं ।