भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
मिसेज डोली / अभिषेक कुमार अम्बर
Kavita Kosh से
Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:05, 22 जनवरी 2020 का अवतरण
एक दिन मिसेज डोली,
अपने पति से बोली।
अजी! सुनिए
आज आप बाजार
चले जाइये।
और मेरे लिए
एक क्रीम ले आइये।
सुना है आजकल
टाइम में थोड़े,
क्रीम लगाने से
काले भी हो जाते है गौरे।
ये सुनकर पति ने मुँह खोला,
और हँसते हुए बोला।
अरे ! पगली
तू भी कितनी है भोरी,
क्या क्रीम लगाने से
कभी भैंस भी हुई है गोरी।