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स्वर्गकी रानी / रत्न शमशेर थापा

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स्वर्गकी रानी मायाकी खानी, नजाऊ तर्केर
लाजै नमानी रिसाउने बानी, छाडी आउ फर्केर

रेशमी घुम्टो हाली हो हाली, ओंठमा हल्का लाली
प्रीतिका दीप बाली, हो.. बदामी आँखा काली
रात जुनेली बेली चमेली, बसेका पर्खेर, हो..हो..
लाजै नमानी….

गोरा गुलाबी गाला हो गाला, इन्द्रेणीको माला
नागबेली चाला हो… जवानी ओइली जाला
पूर्णेको इन्दु शीतका बिन्दु, दिलले सम्झेर, हो..हो…
लाजै नमानी…
स्वर्गकी रानी…