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मेरा ईश्वर / सुषमा गुप्ता
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तुम्हारी अँगुलियों को
पहली दफा छूते हुए
मेरी अँगुलियों को
एक दोस्त की दरकार थी
तुम्हारी हथेली ने
जब मेरी अँगुलियों को कस लिया
तब मैंने पाया
कि मेरी अँगुलियाँ
मेरे पिता
मेरे सखा
मेरे प्रेमी
और मेरे पुत्र के
हाथ में है
मैं उसी पल जान गई थी
कि सृष्टि में इतनी संपूर्णता
सिर्फ़ ईश्वर के पास है।
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