उदयप्रकाश / परिचय
कृतियां
सुनो कारीगर, अबूतर कबूतर, रात में हारमोनियम(कविता संग्रह), दरियायी घोड़ा, तिरिछ, और अंत में प्रार्थना, पॉलगोमरा का स्कूटर और रात में हारमोनियम (कहानी संग्रह) ईश्वर की आंच (निबंध और आलोचना संग्रह) पीली छतरीवाली लड़की (लघु उपन्यास) इंदिरा गांधी की आखिरी लड़ाई, कला अनुभव, लाल घास पर नीले घोड़े(अनुवाद)
कृतियो का मन्चन
तिरिछ -प्रथम मन्चन - रा ना वि के प्रसन्ना के निदेशन में । लाल घास पर नीले घोड़े (अनुवाद) - प्रथम मन्चन - प्रसन्ना के निदेशन में । वॉरेन हेस्टिंग्स का सान्ड् पर नाटक - प्रथम मन्चन -अरविन्द गौड़ के निदेशन में,अस्मिता नाटय संस्था द्वारा । यह नाटक रा ना वि के भारत रंग महोत्सव व इन्डीया हैबिटाट सॅन्टर मै भी आयोजित हूआ है । २००१ से अब तक ८० शो । और अंत में प्रार्थना- प्रथम मन्चन- अरुण पाण्ड़ेय के निदेशन में ।
सम्मान
१९८० में अपनी कविता 'तिब्बत' के लिए भारत भूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित ,ओम प्रकाश सम्मान,श्रीकांत वर्मा पुरस्कार,मुक्तिबोध सम्मान,साहित्यकार सम्मान ।
विशेष
कथाकार के रूप में प्रख्यात हो चुके उदय प्रकाश अपनी पीढ़ी के समर्थतम कवियों में से हैं । रूसी, अंग्रेजी, जापानी, डच और जर्मन भाषा में उनकी कविताओं का अनुवाद हो चुका है और लगभग सभी राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय कविता संकलनों में उनकी कविताएं संग्रहीत हैं । २००४ में हालैंड के प्रख्यात अंतरराष्ट्रीय कविता उत्सव में वे भारतीय कवि के रूप में हिस्सा ले चुके हैं ।