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चुप्पी / हेमन्त जोशी
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शब्दों में चुप्पी है कविता
शब्द बनाते हैं कविता
जो बनता है
कहीं नहीं होती उसमें कविता
कविता जहाँ होती है
वहाँ न शब्द होते हैं
न चुप्पी