भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ताकि सनद रहे / ऋषभ देव शर्मा
Kavita Kosh से
चंद्र मौलेश्वर (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:45, 24 अप्रैल 2009 का अवतरण
ताकि सनद रहे
रचनाकार | ऋषभ देव शर्मा |
---|---|
प्रकाशक | तेवरी प्रकाशन, 208 ए, सिद्धार्थ अपार्टमेंट्स , गणेश नगर, रामंतापुर,हैदराबाद-500 013, भारत |
वर्ष | 2002 |
भाषा | हिन्दी |
विषय | कविताएँ |
विधा | नई कविता, मुक्त छंद और नवगीत के सम्मिश्रण द्वारा विकसित मौलिक काव्यरूप |
पृष्ठ | 142 |
ISBN | |
विविध |
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
- घर बसे हैं / ऋषभ देव शर्मा
- गोलमहल / ऋषभ देव शर्मा
- हाथ में रथचक्र / ऋषभ देव शर्मा
- लिए लुकाठी हाथ / ऋषभ देव शर्मा
- सत्य का प्रह्लाद / ऋषभ देव शर्मा
- धुआँ और गुलाल / ऋषभ देव शर्मा
- सूरज होने का दर्द / ऋषभ देव शर्मा
- कर्मनाशा की हार / ऋषभ देव शर्मा
- अनुनाद / ऋषभ देव शर्मा
- रंग / ऋषभ देव शर्मा
- मूर्ति विसर्जन / ऋषभ देव शर्मा
- और तब धरती हिलती है / ऋषभ देव शर्मा
- मैं आकाश बोल रहा हूँ / ऋषभ देव शर्मा
- मारणास्त्र / ऋषभ देव शर्मा
- रोपता हूँ बीज तुममें / ऋषभ देव शर्मा
- एक अजन्मे बच्चे का डर / ऋषभ देव शर्मा