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लेकिन कहाँ है जवाब? / गिरधर राठी

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बातें बेलाग हैं

सवाल दो-टूक--

कटे हुए जंगल
जलती हुई औरतें
ख़ाक छानते बच्चे
लुरियाते जवाँ-मर्द...


रंग हैं पहचाने

रौशनी अधुंधली--

भीनी-भीनी जूठन की पत्तलें
लपकते इंसान
चुंधियाती आँखें
और कुछ प्रवाल-द्वीप...


(और एक ऎसी ही लम्बी फ़ेहरिस्त

छटाएँ गहरी हल्की रंगारंग बदरंग

जटिलतम गुत्थियाँ

सरल-कठिन रेशे)


लेकिन कहाँ है जवाब?