भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

एकतरफ़ा / गिरधर राठी

Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:31, 24 जून 2009 का अवतरण (एकतरफ़ा / गिरिधर राठी का नाम बदलकर एकतरफ़ा / गिरधर राठी कर दिया गया है)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

क्या पता हम ने जो हत्यारे किए थे तैयार

सो ही रहे हों

या उनका बारूद ख़्त्म हो गया हो

या वे किसी और ही मुक़ाम पर हों

मुमकिन है वे भी डर ही गए हों

या फिर उन्हें महीने का वेतन न मिला हो...


तब तो यही हत्यारे बचे जो हैं अब हमारे सामने

चौकस और लैस

बंदूकें भरे हुए

गोली दाग़ने को तैयार

ऎन सामने