भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
ए सबद नीं / ओम पुरोहित कागद
Kavita Kosh से
Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:14, 1 दिसम्बर 2010 का अवतरण
थार
एक सबद नीं
चितराम है
मुरधर में
जूण जातरा रो
इण में
गोख सको
काळ
तिरकाळ
महाकाळ
फगत एक बार
उचार ।