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मइया शेरावाली / उमेश बहादुरपुरी

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सब मिलके बजाबऽ यार ताली।
आबेवाली हे मइया शेरावाली।।
फूल उड़हूल के हम तोड़ लइलूँ।
हम तो मइया के रस्ता सजइलूँ।
ठाड़ लेके हम पूजा के थाली।। ओबेवाली .....
रोड़ी-अक्षत नारियल ले अयलूँ।
फल-दाडिम भी हम मँगबइलूँ।
खड़ा लेके चुनरिया हम लाली।। आबेवाली ....