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पीढ़ी दर पीढ़ी / के० शिवारेड्डी

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पिछवाड़े में
तीन साल का एक छोकरा
भय से घबराया खडा है

अंदर
उसकी माँ बर्तन माँज रही है
और दूर कहीं उसका बाप
शायद पत्थर तोड़ रहा होगा

जो कभी इस उम्र में
शायद इसी तरह खडा होता रहा होगा
यहाँ नहीं
बल्कि किसी अन्य घर के पिछवाड़े में ।

मूल तेलुगु से अनुवाद : संतोष अलेक्स