भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
चिड़िया की कहानी / अज्ञेय
Kavita Kosh से
Dr. ashok shukla (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:11, 18 मई 2012 का अवतरण
उड़ गई चिड़िया
काँपी, फिर
थिर हो गई पत्ती।