Last modified on 29 जून 2008, at 17:27

बतूता का जूता / सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

Dr.jagdishvyom (चर्चा) द्वारा परिवर्तित 17:27, 29 जून 2008 का अवतरण


इब्नबतूता पहन के जूता
निकल पड़े तूफान में
थोड़ी हवा नाक में घुस गई
घुस गई थोड़ी कान में


कभी नाक को, कभी कान को
मलते इब्नबतूता
इसी बीच में निकल पड़ा
उनके पैरों का जूता


उड़ते उड़ते जूता उनका
जा पहुँचा जापान में
इब्नबतूता खड़े रह गये
मोची की दुकान में।