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राज में आंवता ईज / नवनीत पाण्डे
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राज में आंवता ईज
सरकारां आपरै विधायकां,मंत्रियां रो
कित्तो मान बधावै
केई न्यारी निरवाळी योजनावां लावै
जिणसूं वांरो चुनाव रो खरच
ब्याज समेत पाछो बिण जावै
राज
अर राज सूं जुड्या लोग
देस रै पसीनै री गाढी कमाई
इंया बिलै लगावै कै
आंख्या फ़ाटी की फ़ाटी रैय जावै
सगळां रा वारा न्यारा हूय जावै
लोकरां री छोडो,
फ़ट्या पुराणा गूद्डा, जूता तकात
नोटां अर पीळीयै सूं तिरीयामीरीया पावै
आखो देस रामजी री चिडिया हूय जावै
जिणरै ताबै लागै
दोनू हाथां
अणभांवतो खावै
रत्ती ई सरम नीं आवै
इत्तो खावै
फ़ेरुं ई
धाप नीं आवै
पण
जिण तांई स्सो कीं आवै
वो तो बापडो
उडीक में ईज
पूरो हूय जावै
जणै ईज तो
म्हारो भारत महान कहावै