भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
संवाद / सुभाष काक
Kavita Kosh से
Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:21, 10 नवम्बर 2008 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुभाष काक |संग्रह=मिट्टी का अनुराग / सुभाष काक }}<po...)
आकाश और पृथ्वी का संवाद
नैतिक प्रश्नों के परे है।
स्वर्ग और नरक का मेल
पुष्प के खिलने के क्षण
में है आधारित।
स्वर्ग एक फुलवारी
जिस में प्रत्येक पुष्प
प्रफुल्लित है
और एक नए फूल
के लिए स्थान।