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आवारा हूँ / शैलेन्द्र

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आवारा हूँ, आवारा हूँ या गर्दिश में हूँ आसमान का तारा हूँ - २ आवारा हूँ, आवारा हूँ

घर-बार नहीं, संसार नहीं मुझसे किसी को प्यार नहीं - २ उस पार किसी से मिलने का इक़रार नहीं मुझसे किसी को प्यार नहीं - २ सुनसान नगर अन्जान डगर का प्यारा हूँ आवारा हूँ, आवारा हूँ

आबाद नहीं बरबाद सही गाता हूँ खुशी के गीत मगर - २ ज़ख्मों से भरा सीना है मेरा हंसती है मगर ये मस्त नज़र दुनिया sss दुनिया में तेरे तीर का या तकदीर का मारा हूँ आवारा हूँ, आवारा हूँ या गर्दिश में हूँ आसमान का तारा हूँ आवारा हूँ, आवारा हूँ